वनडे क्रिकेट मैच का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण प्रारूप होता है। हर चार साल में वनडे क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाता है। वनडे क्रिकेट मैच में किसी भी टीम की जीत या हार खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन के अलावा कप्तान की राणनीति पर भी निर्भर करता है। कप्तान निर्णय लेता है कि किस गेंदबाज को कब गेंदबाजी करनी है और किस बल्लेबाज के खिलाफ क्या रणनीति अपनानी है । कप्तान के ऊपर टीम को जीतवाने की जिम्मेदारी होती है।
दुनियाभर में वनडे क्रिकेट मैच में अब तक कई सफल कप्तान हुए हैं। रिकी पोंटिंग इस लिस्ट में सबसे आगे हैं। रिकी पोंटिंग की कामयाबी के ज़रिए ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 2 बार वर्ल्ड कप का ख़िताब अपने नाम किया है। तो आइये जानते है कि अब तक वनडे क्रिकेट मैच में किन -किन दिग्गज कप्तानों ने अपनी प्रतिभा से कप्तानी के जगत में अपनी छाप छोड़ी है।
सबसे ज्यादा वनडे मैचों में कप्तानी करने वाले 5 दिग्गज कप्तानों के नाम
वनडे क्रिकेट मैच में कप्तानी करने वाले 5 दिग्गज कप्तानों के नाम निम्नलिखित हैं:
- रिकी पोंटिंग
- स्टीफन फिलेमिंग
- एम. एस. धोनी
- अर्जुन रणतुंगा
- एलन बॉर्डर
5. एलन रॉबर्ट बॉर्डर
एलन बॉर्डर का जन्म 27 जुलाई 1955 को क्रेमोर्न, न्यू साउथ वेल्स ,ऑस्ट्रेलिया में हुआ। इनका खेल उपनाम “एबी” था। एलन रॉबर्ट बॉर्डर बांए हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। इनकी भूमिका मध्यक्रम बल्लेबाजी में होती है।
इन्होंने 1985 से 1994 तक ऑस्ट्रेलियाई वनडे टीम की कप्तानी की। एलन रॉबर्ट बॉर्डर एक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट कॉमेंटेटर और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं । एलन कई वर्षो तक ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान रहे, और उन्होंने अपनी टीम को 1987 के क्रिकेट विश्व कप में जीत दिलाई थी, जो ऑस्ट्रेलिया का पहला विश्व कप था। एलन रॉबर्ट बॉर्डर ने अपने करियर में 156 टेस्ट मैच खेले, जो एक रिकॉर्ड था ,उस वक़्त तक ,जब तक इनके साथी स्टीव वॉ ने बॉर्डर का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा । बॉर्डर ने लगातार 153 टेस्ट मैच का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था । इस दौरान उनकी कप्तानी में कंगारू टीम ने 178 वनडे मैच खेले और उनमें से 107 मैचों में जीत हासिल की और 67 मुकाबले हारे, एक मैच टाई रहा और 3 मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला । एलन रॉबर्ट बॉर्डर ने अपना अंतिम वनडे मैच 8 अप्रैल 1994 को दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ खेला था ।
4. अर्जुन रणतुंगा
अर्जुन रणतुंगा ने 1988 से 1999 तक श्रीलंकाई टीम की कप्तानी का रोल निभाया है। अर्जुन रणतुंगा का जन्म 1 दिसम्बर 1963 को गम्पाहा ,सीलोन (अब श्रीलंका में है) श्रीलंका में हुआ था। इनका उपनाम कैप्टेन कूल था। ये बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और इनकी बॉलिंग दाएं से हाथ मध्यम स्तर की थी। अर्जुन की क्रिकेट में भूमिका बल्लेबाज की थी। अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका की टीम को अंडरडॉग के दर्जे से उठाकर क्रिकेट की दुनिया में एक अग्रणी ताकत बनाया।
श्रीलंका ने अभी तक मात्र एक क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया है और ये खिताब श्रीलंका ने 1996 में अर्जुन रणतुंगा की मौजूदगी में जीता था। रणतुंगा ने 193 मैचों में श्रीलंका की टीम की अगुवाई की, जिसमें से अर्जुन रणतुंगा ने 89 मैचों में जीत हासिल की, 95 मैचों में हार का सामना करना पड़ा और इसके अलावा 1 मैच टाई रहा और 8 मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला। अर्जुन रणतुंगा ने अपना अंतिम वनडे 30 मई 1999 में केन्या के खिलाफ खेला था ।
3. एम. एस. धोनी
सिंह धोनी की कप्तानी 2007 से 2018 तक तक भारतीय टीम के कप्तान रहे । इनका जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची, झारखंड़ के भारत में हुआ था । वैसे एम.एस. धोनी के उपनाम काफी हैं, उनमें से एक उपनाम माही है। इनकी बल्लेबाज़ी की शैली दाएं हाथ की है और ये दाएं हाथ से मध्यम स्तर की गति से गेंदबाजी करते हैं। महेंद्र सिंह धोनी की भूमिका विकेट -कीपर बल्लेबाज की है। एम.एस. धोनी इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान भी रहे हैं।
एम.एस. धोनी भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप, 2011 का वर्ल्ड कप, और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। एम.एस. धोनी ने 200 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की ,जिसमें से इन्हे 110 में जीत मिली, 74 मैचों में हार का सामना करना पड़ा । धोनी के पांच मैच टाई रहे और 11 मैचों कोई नतीजा नहीं निकला । महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट की दुनिया में अभी तक जुड़े हुए है।
2. स्टीफन फ्लेमिंग
स्टीफन फिलेमिंग न्यूज़ीलैंड के दिग्गज सलामी बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 1997 से 2007 तक कप्तानी का कार्यभार संभाला। स्टीफन फिलेमिंग का जन्म 1 अप्रैल 1973 को क्राइस्टचर्च ,न्यूज़ीलैंड में हुआ था। स्टीफन बांए हाथ के बल्लेबाज हैं और इनकी बॉलिंग की स्पीड दाहिने हाथ से मध्यम धीमी गति वाली है। स्टीफन फिलेमिंग की भूमिका शीर्ष क्रम बल्लेबाजों में होती है। ये न्यूज़ीलैंड की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में एक क्रिकेट कोच और पूर्व कप्तान है। स्टीफन फिलेमिंग ने टीम को 2000 ICC नॉकआउट ट्रॉफी जितने में मदद की, जो टीम की पहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ट्रॉफी थी।
स्टीफन पॉल फिलेमिंग न्यूज़ीलैंड के 111 मैचों के साथ सबसे ज्यादा केप्ड टेस्ट क्रिकेटर हैं। यह 28 टेस्ट मैच जीतने के साथ टीम के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले और सबसे सफल कप्तान भी हैं। स्टीफन फिलेमिंग ने 218 वनडे मैचों में कप्तानी की और 98 में जीत हासिल की । स्टीफन फिलेमिंग की कप्तानी में टीम को 106 मैचों में हार का सामना करना पड़ा, इनका 1 मैच टाई रहा और 13 मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला । स्टीफन ने 2005 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 20-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूज़ीलैंड की कप्तानी की। फिलेमिंग ने अपना अंतिम टी20 26 दिसंबर 2006 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था ।
1. रिकी पोंटिंग
जिन्होंने नंबर वन में कप्तानी का अवार्ड अपने नाम किया था , वो हैं रिकी पोंटिंग , जो 2002 से 2012 तक एक सफल कप्तान रहे। रिकी पोंटिंग का जन्म 19 दिसंबर 1974 को लाउंसेस्टेन, तस्मानिया ,ऑस्ट्रेलिया में हुआ था । इनका पूरा नाम रिकी थॉमस पोंटिंग है और उपनाम Punter (हिंदी अनुवाद -लग्गी से नाव चलाने वाला ) है । रिकी दाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं और बॉलिंग स्पीड ,दाएं हाथ मध्यम गति से करते हैं। इनकी टीम में भूमिका बल्लेबाज की है। रिकी पोंटिंग एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कोच ,कमेंट्रेटर और पूर्व खिलड़ी हैं। इन्हें व्यापक रूप से सभी समय के महान बल्लेबाजों में सबसे सफल बल्लेबाज माना जाता था। रिकी पोंटिंग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान हैं।
रिकी पोंटिंग वनडे में सबसे ज़्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं। उनकी कप्तानी के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 2 बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया । रिकी ने 229 मैचों में कप्तानी की, जिसमें 164 मैचों में उन्हें जीत हासिल हुई और उनकी अगुवाई में कंगारू टीम को सिर्फ 51 मैचों में ही हार का सामना करना पड़ा। रिकी पोंटिंग ने 324 मैचों में 67.91% की जीत दर के साथ 220 जीत दर्ज की हैं। पोंटिंग का अंतिम टेस्ट मैच 3 दिसंबर 2012 में दक्षिण अफ़्रीका के साथ हुआ था , अंतिम वनडे मैच 19 फरवरी 2012 में भारत के खिलाफ हुआ था और अंतिम टी20आई 8 जून 2009 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था ।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कप्तानी क्या होती है? इसका क्या रोल है ?
क्रिकेट टीम में एक कप्तान नियुक्त किया जाता है जिसका कार्य यह निर्णय लेना होता है कि किस गेंदबाज को कब गेंदबाजी करनी है और किस बल्लेबाज के खिलाफ क्या रणनीति अपनानी है, जिससे उस कप्तान की टीम को जीत हासिल हो। एक कप्तान अपनी टीम को जितवाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
1985 से लेकर 1918 में नंबर वन कप्तान का क्या नाम है ?
1985 से लेकर 1918 की लिस्ट में नंबर वन कप्तान का दर्जा रिकी पोंटिंग को हासिल हुआ था।
स्टीफन फिलेमिंग का पूरा नाम क्या है?
स्टीफन फिलेमिंग का पूरा नाम ,स्टीफन पॉल फिलेमिंग है।
एम.एस. धोनी के कौन– कौन से उपनाम है ?
एम.एस. धोनी को इन नामो से भी बुलाया जाता है- माही, एमएसडी , एमएस ,कैप्टेन कूल और थाला ।
रिकी पोंटिंग का जन्म स्थान क्या है ?
रिकी पोंटिंग का जन्म लाउंसेस्टेन, तस्मानिया ,ऑस्ट्रेलिया में हुआ था ।